जिंदिगी को दर्द देने की एक सीमा होती है

by - 12:02 PM

जिंदिगी को दर्द देने की एक सीमा होती है 

आज दर्द ने मुझे कहा तुम तो पत्थर निकले 

तुम पे मेरा कोई असर नहीं...

चलो कही और चलते हैं..

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