क्या यह दुनियाँ हार जीत का है
क्या यह दुनियाँ हार जीत का है ....?
इस दुनिया में दो तरह के लोग अक्सर देखे जा
सकते हैं,
एक विनर और दूसरे लूजर,
हां एक तीसरी श्रेणी भी होती है जो बिल्कुल
न्यूट्रल होती है...
उन्हें हारने-जीतने से इसलिए फर्क नहीं पड़ता
क्यों की वह अपना जीवन बहुत ही सरल तरीकें से
जीते है
कभी किसी काम को छोटा या बड़ा नहीं समझतें....
हमेसा खुश रहते है हँसते रहते है...
अपने जीवन से संतुष्ट रहते है.
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