इंटरनेट का उपयोग करते समय सावधान रहें सतर्क रहें

by - 9:09 AM


इंटरनेट का उपयोग करते समय किसी भी वेबसाइट को बिना सोचे-समझे ओपेन कर देना आपकी सिक्योरिटी के लिए खतरा हो सकता है।
अक्सर इंटरनेट ओपेन करते ही आप विज्ञापनों, कूपन या आफर्स को देखकर आकर्षित होते हैं और उनके बारे में बिना कुछ जानें और सोचे समझे क्लिक कर देते हैं। परंतु यह कितना खतरनाक होता है शायद आप नहीं जानते। इस वजह से कई बार आपके लैपटॉप, डेस्कटॉप या स्मार्टफोन में बिन बुलाए वायरस या मालवेयर दस्तक दे देते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप किसी भी वेबसाइट को ओपेन करने से पहले जांच लें कि वो वेबसाइट सही है या नहीं। आगे हमने आपको ऐसी ही कुछ वेबसाइट्स की जानकारी दे रहे हैं जिन्हें आपको ओपेन नहीं करना चाहिए।
1. बिना सिक्योरिटी वाली वेबसाइट्स
यदि आप आँनलाइन कुछ खरीदारी के लिए किसी वेबसाइट्स को ओपेन कर रहे हैं तो सबसे पहले आपको उसकी सुरक्षा के बारे में जान लें कि वह वेबसाइट्स सुरक्षित है या नहीं। क्योंकि अक्सर शॉपिंग के लिए किसी साइट को उपयोग करते समय उसमें आपको अपनी निजी जानकारी देनी होती है और ऐसे में यदि गलत हाथों में यह जानकारी लग गई तो इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है। इसलिए पहले जांच लें कि वेबसाइट सुरक्षित है या नहीं। इसके लिए सबसे आसान तरीका है कि पहले वेबसाइट का यूआरएल चेक करें। जो कि https से शुरू होना चाहिए। यदि वेबसाइट के यूआरएल में https दिया गया है तो वह सुरक्षित है। यदि ऐसा नहीं है तो आपकी जानकारियां आसानी से हैक की जा सकती हैं। वहीं आपके ब्राउजर में लॉक आईकॉन डिसप्ले होना चाहिए। ताकि जब आप किसी साइट पर क्लिक करें तो साइट का सिक्योरिटी सर्टिफिकेट चेक कर सकें। जिसके बाद वैलिडेशन प्रोसेश से आपको पता चल जाएगा कि साइट सिक्योर है या नहीं।
 2. अजीबो-गरीब यूआरएल वाली वेबसाइट
आजकल डोमेन नेम को खरीदना आसान है और ऐसे में लोग कई बार अजीबो-गरीब डोमेन नेम खरीद लेते हैं ताकि उनके नाम से लोग आकर्षित हों। किंतु अजीब या अटपटे यूआरएल हैकर्स का हैक करने का तरीका भी हो सकते हैं। इसलिए यदि आप भी किसी अजीब से यूआरएल को देखकर उसे ओपेन करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके लिए खतरनाक भी हो सकता है। इसके लिए जरूरी है कि आप यूआएल को ठीक से चेक कर लें कि वह खतरनाक या असुरक्षित तो नहीं है। इसके लिए आप यूआरएल को दाएं से बाएं तक अच्छे से देखें। यदि उसके अंत में .edu, net., com आदि नहीं लिखा और उसकी जगह दो अक्षर लिखें हैं तो इससे पता चल जाएगा कि वह किस देश की साइट है। वहीं आपको यूआरएल की शुरूआत में दिए गए www पर भी नजर रखनी होगी क्योंकि www कंपनी के नाम को बताती है और सही वेबसाइट है। वहीं यदि आपको किसी वेबसाइट में www की जगह सिर्फ कंपनी का नाम लिखा हुआ है तो वह हैकर्स की साइट हो सकती है। तो गलती से भी उस साइट पर क्लिक कर उसे ओपेन न करें।
3. अजीब कंटेंट वाली वेबसाइट
आपने किसी वेबसाइट पर क्लिक कर दिया है और उसके ओपेन होते ही आपने जो सोच कर क्लिक किया था उसके बजाय कुछ और ही कंटेंट है तो किसी समस्या से बचने के लिए उसे तभी बंद कर दें। कई बार कुछ वेबसाइट अपने कंटेंट के माध्यम से लोगों को आकर्षित करती हैं ताकि उन साइट्स पर क्लिक करते ही वह उन्हें हैक कर लें। ऐसे कंटेंट वाली साइट में आपको मुद्दे से हटकर सामग्री परोसी जाती है जिसमें शब्दों व व्याकरण के कई एरर होते हैं। इसलिए जो आप सर्च करना चाहते हैं उसके लिए ठीक से जांच करें और यदि किसी वेबसाइट पर क्लिक कर भी दिया है तो उससे तुरंत बंद भी कर दें।
4. मैलवेयर वाली वेबसाइट
यदि आप किसी ऐसी साइट को ओपेन कर देते हैं जिसमें कि मैलवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल है तो वह आपकी सारी जानकारी उस व्यक्ति तक पहुंचा देता है जिसने इसे इंस्टॉल किया है। हैकर्स द्वारा किसी की भी जानकारी को हैक करने के लिए मैलवेयर का काफी उपयोग किया जाता है। इसलिए आप केवल ऐसे ही लिंक या साइट पर क्लिक करें जो जिस पर आपको विश्वास है। किसी भी अंजान या संदिग्ध ई-मेल आदि पर क्लिक न करें। इसके लिए सबसे बेहतर तरीका है कि आप आपने डेस्कटॉप या लैपटॉप में किस अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करें ताकि साइट से मैलवेयर को ब्लॉक कर सकें।
यदि आप किसी ऐसी साइट को ओपेन कर देते हैं जिसमें कि मैलवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल है तो वह आपकी सारी जानकारी उस व्यक्ति तक पहुंचा देता है जिसने इसे इंस्टॉल किया है। हैकर्स द्वारा किसी की भी जानकारी को हैक करने के लिए मैलवेयर का काफी उपयोग किया जाता है। इसलिए आप केवल ऐसे ही लिंक या साइट पर क्लिक करें जो जिस पर आपको विश्वास है। किसी भी अंजान या संदिग्ध ई-मेल आदि पर क्लिक न करें। इसके लिए सबसे बेहतर तरीका है कि आप आपने डेस्कटॉप या लैपटॉप में किस अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करें ताकि साइट से मैलवेयर को ब्लॉक कर सकें।
 5. क्लिकबेट जैसी वेबसाइट
आज कल कई वेबसाइट्स बिजनेस के उद्देश्य से अपने नंबर्स को बढ़ाने के लिए ऐसे न्यूज या इवेंट को सोशल साइट्स जैसे फेसबुक या ट्विटर आदि पर डालते हैं जिनकी हेडिंग तो रोचक होती है किंतु ओपेन करने पर उसमें ऐसा कुछ नहीं होता जो आप पढ़ना या जानना चाहते हैं। इसे क्लिकबेट स्कैम ही कहा जाता है और इस प्रकार के क्लिकबेट आपका समय खराब करने के अलावा गलत जानकारियां भी परोसते हैं। क्लिकबेट स्कैम में एक्सक्लूसिव, शॉकिंग और सेंसेशनल जैसे शब्दों का उपयोग किया जाता है। जिन पर आप अक्सर न चाहते हुए भी एक बार क्लिक कर ही देते हैं कि शायद इसमें कुछ रोचक पढ़ने या जानने को मिले। इस प्रकार की क्लिकबेट साइट से बचने के लिए आप उन्हें रीमूव या बैन कर सकते हैं...
                                                                          Hemant Sarkar


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