बिन बोले यह बरसात हैं
by
hemantsarkar
- 8:23 AM
ये कैसी काली रात है
बिन बोले यह बरसात हैं
किसानों का फ़सल इन्द्रदेव के पास है
आप कहते हैं की à¤à¤—वान हैं
à¤à¤—वान हैं तो हम हैं
आस्था हैं तो à¤à¤—वान हैं
मुसीबत बोल के नहीं आती
किसान à¤ाई को प्रणाम आप धर्य रखें
कुछ ना कुछ ऊपर वाला करेगें ....