फेसबुक अब मेटावर्स के नाम से क्यों जाना जायेगा

by - 12:00 PM

 इन्फॉर्मेशन तकनीक आज बहुत आगे बढ़ रहा है 

उसमे यह अभी सबसे आधुनिक टेक्नलॉजी हैं मेटावर्स

आप यूं समझिए कि इंटरनेट जिंदा हो जाए तो क्या होगा. यानी जो कुछ भी वर्चुअल वर्ल्ड में, स्क्रीन के पीछे हो रहा है, वह एकदम आपके इर्द गिर्द होने लगे. यानी आप स्क्रीन को देखेंगे नहीं, उसके भीतर प्रवेश कर जाएंगे.

इस रूप में देखा जाए तो कल्पना की कोई सीमा नहीं है. मिसाल के तौर पर अब आप वीडियो कॉल करते हैं. मेटावर्स में आप वीडियो कॉल के अंदर होंगे. यानी आप सिर्फ एक दूसरे को देखेंगे नहीं, उसके घर, दफ्तर या जहां कहीं भी हैं, वहां आभासी रूप में मौजूद होंगे. और यह सिर्फ एक मिसाल है.

                                                                         हममें से अधिकतर लोग पौराणिक कथाओं में ‘नारद’ के किरदार से अवगत होंगे. एक ऐसा किरदार जो एक पल में नारायण तो दूसरे पल में महादेव के समक्ष हाजिर हो जाता है. दरअलस, आज हम जिस मेटावर्स (metaverse) की बात कर रहे हैं वो काफी कुछ नारद के किरदार से मिलता जुलता है. इन दिनों टेक्नोलॉजी की दुनिया में इस शब्द की खूब चर्चा है. इस शब्द को प्रयोग कई संदर्भों में किया जाता है, लेकिन टेक्नोलॉजी की जिस दुनिया की आज हम बात करने जा रहे हैं उसमें मेटावर्स का मतलब है- एक ऐसी वर्चुअल दुनिया जिसमें आप खुद वर्चुअली प्रवेश कर जाते हैं.

दरअसल, दुनिया की प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनियां इस दिशा में काम कर रही हैं. सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक ने इस काम में हजारों इंजीनियरों को लगा रखा है. वहीं तमाम वीडियो गेम कंपनियां भी इस दिशा में काम कर रही हैं. कहा जा रहा है कि यह भविष्य की तकनीक है जो मौजूदा दुनिया को पूरी तरह से वर्चुअल बनाने की एक कोशिश है. फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग इस तकनीक को भविष्य बता चुके हैं. फेसबुक इस तकनीक पर इस साल 10 अरब डॉलर की राशि खर्च करने जा रही है.

क्या है मेटावर्स (WHAT IS THE METAVERSE)?

मार्क जुकरबर्ग इसे एक ऐसे वर्चुअल एनवायरमेंट बताते हैं जिसमें आप खुद एंट्री करेंगे. अभी तक वर्जुअल वर्ल्ड को आप अपने स्क्रीन पर देखते हैं. लेकिन मेटावर्स इससे काफी आगे की चीज है. जुकरबर्ग के मुताबिक यह वर्चुअल कम्युनिटी की एक ऐसी दुनिया होगी जहां लोग आपस में मिल सकेंगे, काम कर सकेंगे और खेल सकेंगे. इसके लिए उनके वर्चुअल रियलिटी हेडसेट्स, ऑगमेंटेड रियलिटी ग्लासेस, स्मार्टफोन ऐप्स और अन्य डिवाइसों की जरूरत पड़ेगी.

आप मेटावर्स के साथ क्या कर सकते हैं

मेटावर्स की कल्पना एक ऐसी चीज के रूप में की जा रही है जिसमें आप अपने घर बैठे अपनी पसंद की दुनिया या जगह पर पहुंचकर उसका लाइव आनंद ले सकते हैं. अभी तक आप मोबाइल फोन पर वीडियो कॉल कर किसी जगह या अपने पसंद के किसी लाइव शो का आनंद ले सकते हैं, लेकिन मेटावर्स इससे काफी आगे की चीज है. इसमें आप डिजिटल क्लॉथिंग (digital clothing) के जरिए एक वर्जुअल दुनिया में एंट्री कर लेंगे. यानी फिजिकली आप अपने घर में हैं लेकिन आपका दिमाग खास डिजिटल उपकरणों की सहायता से वर्चुअल दुनिया में विचरण करा रहा होगा.

अब ये ये इंटरनेट की दुनियां बहुत बदलने जा रही हैं ...






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