भगवान फेसबुक नहीं पढ़ते ...पुरानी यादों सेरात बहुत बेचैन था। सत्ताईस साल पहले भी ऐसी ही एक रात थी, जब बेचैन था। वो रात भी उदास थी, ये रात भी उदास है। वो भी मई माह की पहली तारीख थी, आज भी मई माह की पहली तारीख है। वो दिन सोमवार था,आज भी...
गहराई से सोचो !आपकी ज़िंदगी का कोच कौन है ?
by
hemantsarkar
- 3:07 AM
गहराई से सोचो !आपकी ज़िंदगी का कोच कौन है ?? अनीता_अल्वारेज, अमेरिका की एक पेशेवर तैराक हैं जो वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान परफॉर्म करने के लिए स्विमिंग पूल में जैसे ही छलांग लगाई , वो छलांग लगाते ही पानी के अंदर बेहोश हो गई , जहाँ पूरी भीड़ सिर्फ़ जीत और हार के बारे में सोच...